गूगल ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए 10 से अधिक भारतीय कंपनियों के ऐप्स को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है। यह निर्णय उन कंपनियों के खिलाफ लिया गया है जिन्होंने गूगल की ऐप बिलिंग पॉलिसी के अनुपालन को स्वीकार नहीं किया था।
गूगल प्ले पर कार्रवाई
जिन कंपनियों के ऐप्स पर यह कार्रवाई की गई, उनमें कुछ प्रमुख नाम भारत मैट्रिमोनी, शादी डॉट कॉम, नौकरी, कॉम, 99 एकर्स, Altt, स्टेज, अहा, टूली मैडली, क्वैक क्वैक, कुकू FM और FRND शामिल हैं। ये सभी ऐप्स विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करते थे, जिनमें मैट्रिमोनी से लेकर रियल एस्टेट और मनोरंजन तक शामिल हैं।
गूगल ने इस कदम को उठाते हुए कहा कि उनकी ऐप बिलिंग पॉलिसी का उद्देश्य यूजर्स को एक सुरक्षित और सुगम ट्रांजैक्शन अनुभव प्रदान करना है। उनका मानना है कि पॉलिसी का पालन करने से ऐप डेवलपर्स और उपभोक्ताओं के बीच विश्वास स्थापित होता है।
नीति का अनुपालन अनिवार्य
गूगल की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि ऐप बिलिंग पॉलिसी का अनुपालन उनके प्लेटफॉर्म पर मौजूद सभी ऐप्स के लिए अनिवार्य है। यह पॉलिसी उन ऐप्स पर लागू होती है जो डिजिटल सामान और सेवाओं की बिक्री करते हैं। ऐप्स को गूगल प्ले के भुगतान सिस्टम का उपयोग करना होता है, और इस पॉलिसी के अनुपालन में विफल रहने पर ऐप्स को हटाया जा सकता है।
इस कार्रवाई से उन कंपनियों पर प्रभाव पड़ा है जिनके ऐप्स को हटाया गया है। यह उन्हें गूगल की नीतियों का पालन करने और अपने ऐप्स को फिर से प्ले स्टोर पर सूचीबद्ध कराने के लिए एक मौका भी प्रदान करता है।
इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि गूगल अपने प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर कितना सजग है। उनकी नीतियाँ न केवल उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं, बल्कि डेवलपर्स को भी एक निश्चित मानक का पालन करने के लिए प्रेरित करती हैं।