पुरी (उपासना): ओडिशा की प्रतिष्ठित पुरी लोकसभा सीट पर चुनावी संग्राम अपने चरम पर है। यहां बीजेपी और बीजू जनता दल (BJD) के बीच कड़ी टक्कर जारी है, जिसमें कांग्रेस भी अपनी नई चाल से समीकरण बदलने की कोशिश में है।
बीजेपी ने पुरी से संबित पात्रा को लगातार दूसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है। पात्रा की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं है, लेकिन बीजेपी को टक्कर देने के लिए BJD ने भी अपने योद्धा के रूप में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर अरुप पटनायक को चुनावी समर में उतारा है।
इस बीच, कांग्रेस ने अपने पुराने कैंडिडेट सुचरिता मोहंती की जगह नए चेहरे के रूप में जय नारायण पटनायक को उतारा है। सुचरिता ने अपनी उम्मीदवारी वापस ली थी, जिससे पार्टी को नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ी। यह निर्णय कांग्रेस के लिए एक बड़ा दांव है क्योंकि सुचरिता के पिता ब्रजमोहन मोहंती कांग्रेस के बड़े नेता थे और ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। उनकी उम्मीदवारी से बीजेपी को नुकसान पहुँच सकता था, लेकिन अब जय नारायण के रूप में कांग्रेस ने नया मोहरा खेला है।
पुरी में 25 मई को होने वाले मतदान के लिए नए कैंडिडेट को सिर्फ 20 दिन का समय मिलेगा, जो कि चुनाव प्रचार के लिहाज से काफी कम है। इस स्थिति में, प्रत्येक पार्टी की रणनीति और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यह चुनाव न केवल पुरी के लिए, बल्कि पूरे ओडिशा के लिए एक निर्णायक चुनाव साबित हो सकता है। जहां एक ओर मोदी और पटनायक की लोकप्रियता का मुकाबला है, वहीं कांग्रेस भी अपने नए कैंडिडेट के साथ खुद को साबित करने की कोशिश में है।