अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को सहायता प्रदान करने वाली चैरिटीज और सहायता समूह उनकी बढ़ती आवश्यकताओं के सामने असहाय महसूस कर रहे हैं। कैनेडा में रहने वाले इन विद्यार्थियों का संघर्ष, खासकर टोरंटो क्षेत्र में, अधिकतम स्तर पर पहुंच गया है, जहां लगभग पांच लाख अंतरराष्ट्रीय छात्र रहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय सहायता की मांग
खालसा एड, एक प्रमुख चैरिटी संस्था, जो कैनेडा में विद्यार्थियों को भोजन, वस्त्र और आश्रय प्रदान कर रही है, ने सरकार और उच्च शिक्षा संस्थानों से अधिक सहायता की अपील की है। इसके निदेशक, जिंदी सिंह ने उल्लेख किया कि संस्थान को ओंटारियो के ब्रैम्पटन शहर से प्रतिदिन पांच अनुरोध प्राप्त होते हैं, जो उनके संसाधनों पर भारी दबाव डालते हैं।
इस बीच, कैनेडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या नवंबर 2023 तक 10 लाख के पार हो गई है, जिसमें भारतीय छात्र सबसे आगे हैं। इस वृद्धि ने संस्थानों और चैरिटीज पर अधिक बोझ डाला है, जो पहले से ही संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों की बढ़ती आवश्यकताओं के कारण चैरिटीज और सहायता समूहों ने सरकार से अतिरिक्त सहायता की मांग की है। इसके अलावा, इन संस्थानों ने समुदाय से भी अधिक समर्थन की अपेक्षा की है, ताकि विद्यार्थियों को उनकी बुनियादी जरूरतों में मदद मिल सके।
खालसा एड ने ब्रैम्पटन में जून से अब तक विद्यार्थियों को 5,000 से अधिक खाद्य सामग्री से भरे बैग प्रदान किए हैं, जो इस समस्या के समाधान की दिशा में एक कदम है। हालांकि, स्थायी समाधान के लिए सरकारी नीतियों और सामुदायिक सहयोग की आवश्यकता है।
संक्षेप में, अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों की सहायता के लिए संघर्ष कर रहे चैरिटीज और सहायता समूह अब सरकार और समुदाय से अधिक समर्थन की मांग कर रहे हैं। इस संकट का समाधान करने के लिए सभी संबंधित पक्षों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।