गुरुग्राम, हरियाणा: एक असाधारण घटनाक्रम में, गुरुग्राम की एक अदालत ने एक पुलिस अधिकारी के सैल्यूट करने की शैली पर कड़ी आपत्ति जताई। जज के समक्ष पेशी के दौरान, एसीपी नवीन शर्मा ने दो अंगुलियों से सैल्यूट किया, जो कि न्यायिक मर्यादा के विपरीत माना गया। इस अनोखे सैल्यूट पर सवाल उठते ही एसीपी ने अपनी शर्ट की तंगी का हवाला दिया।
सैल्यूट पर सवाल
ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास विक्रांत की अदालत में यह विचित्र घटना घटी। एसीपी द्वारा अपनाए गए सैल्यूट के तरीके पर सवाल खड़े हुए, तो उन्होंने स्पष्टीकरण दिया कि उन्होंने तीन अलग-अलग तरीके से सैल्यूट करना सीखा है। इस पर अदालत ने नोट किया कि पुलिस अधिकारियों को वर्दी में, अदालत में प्रवेश करते समय सैल्यूट करने की मर्यादा होती है।
अदालत ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर को एसीपी के खिलाफ कदम उठाने का निर्देश दिया। इससे पुलिस विभाग में एक संदेश गया कि न्यायिक प्रक्रिया और अदालतों की गरिमा का सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है।
एसीपी के अनोखे सैल्यूट की घटना ने सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनाया, जहाँ कई लोगों ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिया, वहीं कई ने अदालती मर्यादा के प्रति असावधानी के रूप में देखा। इस घटना ने पुलिस विभाग को भी अपने अधिकारियों को अदालती प्रक्रिया और नियमों के प्रति अधिक सजग रहने की शिक्षा दी है।
इस घटना के बाद, गुरुग्राम पुलिस ने अपने सभी अधिकारियों के लिए अदालत में प्रस्तुति और आचार संहिता से संबंधित एक कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों को न्यायिक प्रक्रिया के महत्व और अदालतों के प्रति सम्मान के बारे में जागरूक करना है।
अंततः, इस घटना ने सरकारी विभागों में न्यायिक प्रक्रिया और सम्मान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया है। न्यायाधीश को दो अंगुलियों से किया गया सैल्यूट न केवल एक अनूठी घटना थी बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे छोटी सी चूक बड़े सबक का कारण बन सकती है।