अमेरिकी नौसेना ने हाल ही में लाल सागर में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया, जहां उसने हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई कई मिसाइलों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया। इस घटना ने न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है बल्कि युद्ध के मैदान में उसकी तकनीकी श्रेष्ठता को भी साबित किया है।
अमेरिकी नौसेना का जवाबी कदम
इज़राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष के बीच, हूती विद्रोहियों ने भी लाल सागर में अमेरिकी और इज़राइली हितों को निशाना बनाया। व्यापारिक जहाजों पर हमला करने के अलावा, हूती बागियों ने एक अमेरिकी युद्धपोत पर भी हमला किया। इस कार्रवाई के जवाब में, अमेरिकी जल सेना ने लाल सागर में एक मिसाइल को लक्षित कर उसे नष्ट कर दिया।
अमेरिकी सैन्य बलों द्वारा यह कार्रवाई न केवल एक रक्षात्मक कदम थी बल्कि यह भी दर्शाती है कि वे किसी भी अघोषित खतरे का सामना करने के लिए कितने सक्षम हैं। अमेरिकी जल सेना के विनाशकारी जहाज ने यमन के हूती बागियों द्वारा दागी गई एंटी-शिप मिसाइल को निशाना बनाकर उसे नष्ट कर दिया, जिससे समुद्री मार्ग पर गश्त कर रहे अमेरिकी बलों पर हुए इस ताजा हमले का मुकाबला किया गया।
अमेरिकी सेना की केंद्रीय कमान के अनुसार, यह हमला मंगलवार देर रात को अर्ले बर्क-क्लास गाइडेड मिसाइल विनाशक USS Gravely पर किया गया था। खुशकिस्मती से, इस हमले में किसी भी जानी नुकसान की सूचना नहीं है।
हूती विद्रोहियों के एक सैन्य प्रवक्ता, ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने बुधवार को एक बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली, जिसे उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ एक जीत और अमेरिकी-ब्रिटिश हमलों के खिलाफ एक प्रतिक्रिया के रूप में वर्णित किया।
इस घटना ने न केवल लाल सागर क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है बल्कि इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि किस तरह से समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को सुनिश्चित किया जा सकता है। अमेरिकी नौसेना की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि वह किसी भी अघोषित और अनधिकृत हमले का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से सजग और सक्षम है।