वारसा: पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी रिपब्लिकन सीनेटर्स को यूक्रेन के लिए लगभग $60 बिलियन की युद्ध सहायता को एक हालिया वोट में अधर में छोड़ने के लिए “शर्मिंदा” होना चाहिए।
अमेरिकी समर्थन में अनिश्चितता
पोलैंड यूक्रेन के साथ सीमा साझा करता है और मास्को के आक्रमण के खिलाफ कीव के संघर्ष के लिए अमेरिका और यूरोप से अटूट समर्थन की मांग कर रहा है क्योंकि क्षेत्र में सुरक्षा चिंताएं बढ़ रही हैं।
अमेरिकी सीनेट में बुधवार को यूक्रेन, इज़राइल और अन्य अमेरिकी सहयोगियों के लिए $95 बिलियन के पैकेज को समर्थन नहीं मिला, जिसका कारण रिपब्लिकन विरोध था।
पोलैंड के प्रधानमंत्री का यह बयान उनके देश और यूक्रेन के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाता है और अमेरिकी नीति निर्धारण में उनकी गहरी रुचि को भी इंगित करता है। इस विषय पर उनकी स्पष्ट और मजबूत प्रतिक्रिया, यूक्रेन के प्रति उनके देश की अडिग समर्थन की भावना को रेखांकित करती है।
इस प्रकरण ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई है, क्योंकि यह वैश्विक सुरक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता पर प्रश्न उठाता है। यूक्रेन के लिए समर्थन में कमी, विशेष रूप से इस संघर्ष के समय में, न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंताजनक संकेत है।
पोलैंड की सरकार और इसके नेता लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यूक्रेन के प्रति समर्थन बढ़ाने की अपील कर रहे हैं। इस घटनाक्रम ने पोलैंड की इस अपील को और भी जरूरी बना दिया है, क्योंकि यह दिखाता है कि यूक्रेन को समर्थन देने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता कितनी महत्वपूर्ण है।
इस संदर्भ में, पोलैंड की सरकार यूरोपीय संघ और नाटो के सदस्य देशों से भी अधिक सक्रिय रूप से यूक्रेन के समर्थन में आगे आने की उम्मीद कर रही है। इस तरह के समर्थन से यूक्रेन के लिए न केवल सैन्य और आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि यह उन्हें इस कठिन समय में नैतिक समर्थन भी प्रदान करेगा।
अंत में, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक जागृति कॉल के रूप में काम करता है, जिससे उन्हें यूक्रेन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने और इस क्षेत्र में स्थिरता और शांति सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया जाता है।