सीएम जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार राज्य के लिए विशेष दर्जा प्राप्त करने में विफल रही है, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने यह आरोप लगाया है। नायडू का कहना है कि यह आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ किया गया एक बड़ा वादाखिलाफी है।
विशेष दर्जा: एक अधूरा सपना
जगन मोहन रेड्डी ने 2019 में सत्ता संभालने के बाद से ही राज्य के लिए विशेष दर्जा की मांग को एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनाया था। लेकिन, टीडीपी अध्यक्ष के अनुसार, उनकी सरकार इस दिशा में कोई सार्थक प्रगति करने में विफल रही है।
चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि जगन सरकार ने विशेष दर्जा पाने के लिए आवश्यक केंद्रीय समर्थन को आकर्षित करने में असफलता दिखाई है। उन्होंने इसे राज्य की जनता के प्रति एक विश्वासघात करार दिया।
विफलता के परिणाम
विशेष दर्जा ना मिलने का असर राज्य के विकास पर पड़ रहा है। नायडू का कहना है कि इससे आंध्र प्रदेश में निवेशकों की रुचि कम हो रही है और राज्य की आर्थिक प्रगति प्रभावित हो रही है।
टीडीपी अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि जगन सरकार को अपनी नीतियों और रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। उन्होंने राज्य सरकार से इस मुद्दे पर केंद्र के साथ सकारात्मक संवाद स्थापित करने की अपील की।
नायडू के अनुसार, विशेष दर्जा पाना आंध्र प्रदेश के लोगों का अधिकार है और इसे प्राप्त करने के लिए जगन सरकार को हर संभव प्रयास करने चाहिए। उन्होंने राज्य की जनता से इस मांग को लेकर एकजुट होने का आह्वान किया।
चंद्रबाबू नायडू के इन आरोपों पर जगन मोहन रेड्डी या उनकी सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। आंध्र प्रदेश के लोग इस मुद्दे पर अपनी सरकार से स्पष्टीकरण की उम्मीद कर रहे हैं।