जेनेवा/इस्लामाबाद: आगामी गुरूवार को होने वाले आम चुनावों से पहले, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त हुआ है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निकाय ने राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के खिलाफ हिंसा की सभी कृत्यों की निंदा की है।
समर्थन में संयुक्त राष्ट्र
चुनाव से मात्र दो दिन पहले, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायोग (UNHR) के कार्यालय ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे “समावेशी और अर्थपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया” के लिए आवश्यक मौलिक स्वतंत्रताओं का समर्थन करें। इसमें खास तौर पर पाकिस्तान में महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर अहमदियों का सामना करने वाली बाधाओं का उल्लेख किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायोग के एक बयान में कहा गया है कि मतदान से पहले के समय में, कम से कम 24 ऐसी घटनाएँ हुई हैं जिनमें सशस्त्र समूहों ने राजनीतिक दलों के सदस्यों पर हमले किए हैं।
इस अंतरराष्ट्रीय समर्थन के साथ, इमरान खान और उनकी पार्टी को एक नई उम्मीद मिली है। यह संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक महत्वपूर्ण पहल है जो पाकिस्तान में लोकतंत्र की मजबूती और समावेशिता की दिशा में एक कदम मानी जा सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान में चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और समावेशिता के प्रति सजग है। यह अन्य देशों के लिए भी एक संदेश है कि वे अपने यहाँ की चुनावी प्रक्रियाओं को अधिक समावेशी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में काम करें।
इस बयान के माध्यम से, संयुक्त राष्ट्र ने न केवल पाकिस्तान में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ अपनी चिंता व्यक्त की है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि चुनावी प्रक्रिया में सभी समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित हो।
आखिर में, यह घटनाक्रम पाकिस्तान में चुनावी प्रक्रिया के महत्व को रेखांकित करता है और इमरान खान के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर समर्थन की एक नई किरण प्रदान करता है।