नई दिल्ली: दिल्ली की मंत्री अतिशी ने रविवार को कहा कि भाजपा के खिलाफ उनके MLA ‘पोचिंग’ आरोपों के संबंध में शहर की पुलिस द्वारा उन्हें दी गई नोटिस में कोई FIR नामक उल्लेख नहीं है और इसमें कोई दंडात्मक प्रावधान भी शामिल नहीं है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, अतिशी ने अपराध शाखा के अधिकारियों के लिए अपनी सहानुभूति व्यक्त की, जिन्हें उनके “राजनीतिक बॉस” द्वारा इस तरह की “नौटंकी” में लिप्त होने के लिए “मजबूर” किया जा रहा है।
इसके जवाब में, दिल्ली भाजपा के सचिव बंसुरी स्वराज ने आप पर जांच में बाधा डालने का आरोप लगाया।
आरोपों का अंतर्द्वंद
अतिशी का कहना है कि पुलिस नोटिस उनके आरोपों के गंभीरता को नहीं दर्शाती। उन्होंने कहा कि नोटिस में न तो किसी FIR का जिक्र है और न ही इसमें कोई दंडात्मक प्रावधान है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है।
अतिशी ने यह भी कहा कि वह अपराध शाखा के उन अधिकारियों के प्रति सहानुभूति रखती हैं, जिन्हें उनके राजनीतिक आकाओं द्वारा इस प्रकार की राजनीतिक नौटंकी में शामिल होने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
दूसरी ओर, भाजपा का कहना है कि आप जानबूझकर जांच में बाधा डाल रही है। बंसुरी स्वराज ने आरोप लगाया कि आप द्वारा उठाए गए मुद्दे जांच की प्रक्रिया को जटिल बना रहे हैं और वास्तविकता से ध्यान भटका रहे हैं।
इस पूरे मामले में, दोनों पक्ष अपने-अपने आरोपों के साथ डटे हुए हैं। अतिशी का कहना है कि उन्हें भाजपा की ओर से MLA ‘पोचिंग’ के प्रयासों के सबूत मिले हैं, जबकि भाजपा इसे बेबुनियाद बता रही है।
इस विवाद में, एक बात स्पष्ट है: राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है, और दोनों पार्टियां अपने-अपने तर्कों के साथ मैदान में डटी हुई हैं। आगे क्या होगा, यह समय ही बताएगा, लेकिन इस राजनीतिक उठापटक में दिल्ली की जनता की आशाएँ और चिंताएँ भी संलग्न हैं।