चंड़ीगढ़ (अप्सरा)- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के दोषी बेअंत सिंह के पुत्र सर्बजीत सिंह खालसा ने एक बार फिर राजनीतिक अखाड़े में कदम रखा है। वर्ष 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में वह पंजाब के फरीदकोट (SC) सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस सीट पर पहले से ही राजनीतिक महारथियों की दौड़ जारी है, जहां आम आदमी पार्टी से कर्मजीत सिंह अनमोल और भाजपा से हंस राज हंस मैदान में हैं।
सर्बजीत सिंह ने अपनी राजनीतिक यात्रा 2004 में शुरू की थी जब उन्होंने पहली बार बठिंडा से लोकसभा चुनाव लड़ा था और 1,13,490 वोट हासिल किए थे। इसके बाद, 2007 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में बरनाला की भदौड़ सीट से मुकाबला किया, जहां उन्हें 15,702 वोट मिले थे। उनके राजनीतिक सफर को उतार-चढ़ाव भरा कहा जा सकता है, जिसमें उन्होंने समर्थन और विरोध दोनों का सामना किया है।
उनका राजनीतिक दृष्टिकोण और लोकसभा चुनावों में उतरने का निर्णय उनके दिवंगत पिता की विवादास्पद छवि से प्रभावित हो सकता है, परंतु सर्बजीत सिंह अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश में लगे हैं। उनका मानना है कि वे अपने पिता की छवि से इतर, अपने कामों और विचारों के आधार पर जनता का समर्थन प्राप्त कर सकते हैं।