नई दिल्ली: सोमवार को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नकली कैंसर दवाओं के निर्माण और विक्रय से जुड़े एक धन शोधन जांच के हिस्से के रूप में दिल्ली-एनसीआर में कई स्थानों पर छापेमारी की, आधिकारिक सूत्रों ने बताया।
ईडी की कार्रवाई
इस फेडरल एजेंसी ने कुल 10 स्थानों की तलाशी ली और दो स्थानों से लगभग 65 लाख रुपये नकद बरामद किए।
धन शोधन का मामला, हाल ही में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गई एक मामले की संज्ञान में लिया गया था। यह मामला एक संगठित आपराधिक रैकेट की जांच के लिए दर्ज किया गया था जो कथित रूप से कैंसर और कीमोथेरेपी दवाओं का निर्माण और बिक्री कर रहा था, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर के कुछ अस्पतालों को, सूत्रों ने बताया।
गहराई से जांच
ईडी के इस कदम को नकली दवाओं के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जिससे न केवल रोगियों की जान को खतरा है बल्कि यह एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या को भी दर्शाता है।
इस छापेमारी के दौरान, ईडी ने विभिन्न स्थानों से विभिन्न दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत भी एकत्र किए, जिनका विश्लेषण अब जांच के अगले चरण में होगा।
ईडी की यह कार्रवाई न केवल नकली दवा निर्माण और वितरण रैकेट को उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इससे उन अस्पतालों और वितरकों पर भी नजर रखी जा सकती है जो इस गैरकानूनी कारोबार में संलिप्त पाए गए हैं।
आगे की राह
इस जांच का उद्देश्य न केवल इस गैरकानूनी गतिविधि के मूल कारणों की पहचान करना है बल्कि इसे रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाना है।
इस मामले में आगे की जांच यह निर्धारित करेगी कि इस रैकेट में और कौन-कौन से तत्व शामिल हैं और इसके पीछे के मुख्य कारक क्या हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी इस मामले में न केवल नकली दवाओं के निर्माण और वितरण में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं की पहचान करने की कोशिश कर रहा है बल्कि इससे जुड़े धन शोधन के नेटवर्क को भी उजागर करने का प्रयास कर रहा है।