देहरादून (उपासना)-उत्तराखंड में लगातार जल रहे जंगलों को बचाने के लिए सीएम धामी ने सख्त कदम उठाया है। सीएम धामी ने फसलों की कटाई के बाद खेतों में बची खरपतवार (पराली) जलाने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही जिलाधिकारियों को सख्त निगरानी के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को जंगल की आग से निबटने के लिए सख्त निगरानी के निर्देश दिए हैं। सीएम ने निर्देशित किया है कि सभी जिलाधिकारी अपने अपने जिलों में एक हफ्ते तक हर दिन वनाग्नि की घटनाओं को लेकर निगरनी करेंगे। इसके साथ ही खेतों में कटाई के बाद निकलने वाली पराली को भी जलाने पर पूरी तरह रोक है। यहीं नहीं सीएम धामी ने कहा है कि शहरी निकाय ठोस कूड़े को एक सप्ताह तक नहीं जला सकेंगे।
हाल के दिनों में उत्तराखंड में जंगल में लगी आग ने हजारों हेक्टेयर वन क्षेत्र को जलाकर राख कर दिया है। इसे देखते हुए यह प्रतिबंध न केवल आवश्यक था, बल्कि एक जरूरी कदम भी था। इस निर्णय से न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होगी, बल्कि स्थानीय जीव-जंतुओं का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।
इस कार्यवाही का मुख्य उद्देश्य आगे चल कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है। राज्य सरकार ने वन विभाग को भी विशेष रूप से सक्रिय रहने के लिए कहा है। वन विभाग ने इस दिशा में कई नवीन पहल की हैं, जैसे कि आग से बचाव के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन और आग से बचाव के उपकरणों का वितरण।