हिमाचल प्रदेश के विवादों की छाया अब कर्नाटक की राजनीति में भी दिखाई दे रही है। एक बड़ा आरोप कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लगाया है। उनके अनुसार, बीजेपी ने कांग्रेस के विधायकों को 50-50 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि का प्रलोभन देकर अपनी ओर मिलाने की कोशिश की है।
विधायकों पर डोरे
सिद्धारमैया के अनुसार, यह एक तरह का राजनीतिक खेल है जिसे ‘ऑपरेशन लोटस’ के नाम से जाना जाता है। बीजेपी द्वारा कांग्रेस के विधायकों को भारी रकम का ऑफर देने की यह कोशिश राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने का एक माध्यम बनती जा रही है।
इस पूरे प्रकरण पर सिद्धारमैया का कहना है कि कांग्रेस का कोई भी विधायक इस प्रलोभन में नहीं आएगा और वे सभी अपनी पार्टी के प्रति समर्पित रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी इस तरह के प्रयासों से सरकार को हिलाने का प्रयास कर रही है, लेकिन उनकी सरकार मजबूती से खड़ी है।
राजनीतिक अस्थिरता का खेल
सरकारें गिराने की बीजेपी की इस ‘आदत’ पर सिद्धारमैया ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उनके मुताबिक, यह राजनीतिक अस्थिरता फैलाने और सत्ता परिवर्तन की कोशिशों का एक हिस्सा है।
इस विवाद के मध्य नज़र यह सवाल भी उठता है कि राजनीतिक दलों को अपने विधायकों की वफादारी को लेकर कितना विश्वास है। कर्नाटक में इस तरह के आरोपों ने न केवल राजनीतिक पार्टियों के बीच की दूरियों को बढ़ाया है, बल्कि आम जनता के बीच भी इसे लेकर चिंता और बहस का विषय बनाया है।
कर्नाटक की राजनीति में इस तरह के आरोपों का आना नया नहीं है, लेकिन हर बार यह राजनीतिक चर्चाओं को नई दिशा देता है। अंततः, यह राजनीतिक दलों की नैतिकता और विधायकों की निष्ठा की परीक्षा का समय होता है।