वाराणसी में एक नया विवाद खड़ा हुआ है, जहां राष्ट्रीय हिंदू दल संगठन ने गयानवापी मंदिर के पास एक साइन बोर्ड पर ‘मंदिर’ का पोस्टर चिपका दिया है। इस घटना ने एक बार फिर गयानवापी विवाद को जन्म दिया है। संगठन के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बांसफाटक माला मंडी के सामने स्थित सैर सपाटा विभाग के बोर्ड पर ‘मंदिर’ लिखा। यह घटना जैसे ही प्रकाश में आई, पुलिस ने तुरंत पोस्टर हटा दिया और वीडियो के आधार पर संबंधित लोगों की पहचान शुरू कर दी।
गयानवापी मामले में नई कड़ी
इस घटना की शुरुआत तब हुई जब राष्ट्रीय हिंदू दल संगठन ने गयानवापी मंदिर में पूजा करने का अधिकार पाने के बाद खुशियाँ मनाईं। संगठन के प्रमुख रोशन पांडे ने इसे हिंदुओं की दूसरी बड़ी जीत बताया और कहा कि मथुरा में भी जल्द ही हिंदुओं की जीत होगी। इस दौरान, संगठन ने सैर सपाटा विभाग के बोर्ड पर लगाए गए मस्जिद के साइन बोर्ड को हटाकर ‘मंदिर’ लिखा पोस्टर लगा दिया।
इस घटना के बाद, पुलिस ने कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मामले में वीडियो के आधार पर संबंधित लोगों की पहचान की जा रही है। यह घटना न सिर्फ धार्मिक संवेदनाओं को उद्वेलित करती है, बल्कि सामाजिक सद्भाव के लिए भी एक चुनौती प्रस्तुत करती है।
स्थानीय प्रशासन और सैर-सपाटा निदेशालय ने पहले ही इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की थी, लेकिन संगठन ने उनके निर्देशों की अनदेखी की। इस घटना से जुड़े विवाद ने सामाजिक और धार्मिक समूहों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
अंत में, यह मामला न सिर्फ एक धार्मिक स्थल के चारों ओर के विवादों को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे धार्मिक और सामाजिक मुद्दे राजनीतिक और कानूनी दायरे में प्रवेश कर सकते हैं। इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक स्थलों के आसपास के विवादों का समाधान संवेदनशीलता और समझौते के साथ किया जाना चाहिए।