उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में पुलिस ने एक बड़े नशीले पदार्थ के तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें मां-बेटी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 95 किलो गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत बाजार में लगभग 50 लाख रुपये आंकी गई है।
बड़ी मात्रा में गांजे की बरामदगी
इस गिरफ्तारी की घटना बबीना पुलिस द्वारा रात्रि चेकिंग के दौरान सामने आई। पुलिस ने एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहन को रोका, जिसमें यात्री बनकर सवार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। यह गांजा ओडिशा से लाया गया था और मध्य प्रदेश में इसे बेचा जाना था।
तस्करी का अनूठा तरीका
आरोपियों ने गांजे को बड़े-बड़े ट्राली बैग में छिपाकर रखा था ताकि पुलिस को शक न हो। उन्होंने साधारण यात्रियों की तरह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया ताकि किसी को उन पर संदेह न हो। इस अनूठे तरीके से वे पहले भी इसी प्रकार की तस्करी करते रहे हैं।
पुलिस की सजगता से बड़ी कामयाबी
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि बबीना पुलिस की सजगता और रात्रि चेकिंग के दौरान की गई सतर्कता के चलते इस बड़े तस्करी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई नशीले पदार्थों के खिलाफ उनकी निरंतर जारी लड़ाई का हिस्सा है।
समाज पर इसका प्रभाव
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि नशीले पदार्थों की तस्करी अब भी समाज में एक गंभीर समस्या है। ऐसी घटनाएं युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेल सकती हैं, जिसका समाज पर दूरगामी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। पुलिस और समाज को मिलकर इस समस्या के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।
इस गिरफ्तारी से यह संदेश गया है कि कानून का शिकंजा अपराधियों पर कसता जा रहा है और समाज से नशीले पदार्थों के कारोबार को मिटाने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय है।