गाज़ा पट्टी में इज़राइल और हमास के बीच जारी खूनी संघर्ष ने एक बार फिर से विश्व समुदाय का ध्यान खींचा है। इज़राइली फौज की हालिया कार्रवाई में, पिछले 24 घंटों में 150 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है, और 313 अन्य घायल हुए हैं। इस संघर्ष ने अब तक कुल 26,000 लोगों की जानें ले ली हैं।
गाज़ा में संघर्ष की तीव्रता
इज़राइल और हमास के बीच जारी यह संघर्ष, जो दशकों पुराने विवाद का नवीनतम अध्याय है, ने गाज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्से में विशेष रूप से भारी गोलीबारी और हमलों को देखा है। इज़राइली सेना का कहना है कि उन्होंने हमास के 15 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है, और एक स्कूल में छिपे आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया है।
इस बीच, इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय अदालत के हालिया फैसले की आलोचना की, जिसमें इज़राइल पर फिलिस्तीनियों के खिलाफ नस्लकुशी का आरोप लगाया गया था। नेतन्याहू ने दावा किया कि यह आरोप पूरी तरह झूठ है और इज़राइल अपने लोगों और देश की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
इस संघर्ष ने न केवल गाज़ा और इज़राइल के बीच के तनाव को बढ़ाया है, बल्कि इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भीतर भी चिंता की लहर पैदा कर दी है। दोनों पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा और शांति की दिशा में प्रयास करने की मांग की जा रही है।
इज़राइली और फिलिस्तीनी नेतृत्व दोनों ही इस गंभीर संकट के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता और मध्यस्थता की मांग कर रहे हैं। विश्व समुदाय इस संकट को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की आवश्यकता पर जोर दे रहा है, ताकि आगे की हिंसा और मौतों को रोका जा सके।