छोटा उदेपुर (गुजरात) (हेमा): गुजरात के छोटा उदेपुर लोकसभा सीट पर एक बार फिर रथवा आदिवासी समुदाय के उम्मीदवारों के बीच टकराव होने जा रहा है। इस दौरान, दो प्रमुख सामुदायिक नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
कांग्रेस का दावा है कि उनकी संभावनाएं इस सीट पर अप्रभावित रहेंगी, जो अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। वहीं, भाजपा ने दावा किया है कि वह एक बार फिर जीत की उम्मीद कर रही है, जिसका आधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई विकास और कल्याणकारी योजनाएं हैं।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उनके उम्मीदवार को इंडिया ब्लॉक सहयोगी, आम आदमी पार्टी के समर्थन का भी लाभ मिलेगा। इससे भाजपा के खिलाफ वोटों का बंटवारा रोकने में मदद मिलेगी। इस बीच, भाजपा ने अपने विकास कार्यों के जरिये जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है। पार्टी का मानना है कि उनकी योजनाएं समुदाय के बीच उनकी छवि को और बेहतर बनाएंगी।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए विशेष रणनीतियाँ अपनाई हैं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर सामाजिक उत्थान के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं, जिससे उनकी उम्मीदवार को मजबूती मिल सकती है।
विश्लेषकों का कहना है कि इस चुनावी मुकाबले में आदिवासी वोटर्स की भूमिका निर्णायक साबित होगी। दोनों पार्टियां इस समुदाय के वोट को आकर्षित करने के लिए जोर-शोर से प्रयास कर रही हैं।