जम्मू (हेमा)- जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों में पिछले एक साल में आतंकी हमलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। इन हमलों में कई बार सेना के काफिले निशाना बने हैं, जिससे सुरक्षा में चूक की आशंका को इनकार नहीं किया जा सकता।
राजौरी और पुंछ जिलों में बीते एक वर्ष के दौरान कुल 7 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें से 3 हमले एक जैसे तरीके से किए गए थे। इस बात का खुलासा करते हुए सुरक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि सेना की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है।
इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति इसे और भी संवेदनशील बनाती है। यहां के पहाड़ और घने जंगल आतंकियों के लिए अनुकूल छिपने की जगह प्रदान करते हैं। कश्मीर की सीमा पर बिजली की बाड़ लगाई गई है, जिसके बाद आतंकवादी जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं।
पूर्व DGP एसपी वैद्य ने बताया कि आतंकियों की सक्रियता लोकसभा चुनाव से पहले लोगों में डर फैलाने की साजिश का हिस्सा हो सकती है। साल 2022 तक इन दोनों जिलों में शांति थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। 2023 में यहां 25 आतंकी मारे गए और 20 जवान शहीद हो गए।