जम्मू और कश्मीर में, सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GoC) ने पूंछ के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया है, जिसके दौरान उन्होंने क्षेत्र की संचालनात्मक तैयारियों की समीक्षा की। यह दौरा उस समय हुआ जब सीमावर्ती इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
जवानों के साथ संवाद
जनरल ऑफिसर ने अपने दौरे के दौरान वहाँ तैनात जवानों से बातचीत की और उनके साहस व दृढ़ संकल्प की सराहना की। उन्होंने जवानों को सीमा पर सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए उच्चतम मानकों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
संचालनात्मक तैयारियों की समीक्षा के दौरान, जनरल ऑफिसर ने विभिन्न सुरक्षा उपायों और रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जो क्षेत्र में शांति और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए लागू की गई हैं। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में निर्देश भी दिए।
सुरक्षा और शांति की दिशा में प्रयास
इस दौरे का उद्देश्य न केवल अग्रिम क्षेत्रों में तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाना था, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी था कि संचालनात्मक तैयारियाँ हर संभव स्थिति के लिए पर्याप्त हों। जनरल ऑफिसर ने आधुनिकीकरण और तकनीकी उन्नतियों के महत्व पर भी बल दिया, जिससे जवानों को संभावित खतरों से निपटने में मदद मिल सके।
इस दौरे के माध्यम से, सेना ने अपनी दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का पुनः आश्वासन दिया है कि वे देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। साथ ही, उन्होंने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने के महत्व पर भी जोर दिया, ताकि क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
अंततः, जनरल ऑफिसर का यह दौरा न केवल सैन्य बलों के बीच आपसी समझ और सहयोग को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि यह सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा की स्थिति को भी मजबूत करने का एक जरिया था। सेना की यह पहल निश्चित रूप से देश की सीमा सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।