जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। शनिवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग ने बड़ी घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर में पांच लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में मतदान होने जा रहा है। यह चुनाव राज्य की राजनीतिक स्थिति में नई दिशा निर्धारित करेगा।
मतदान की तारीखें
जम्मू-कश्मीर की उधमपुर, जम्मू, अनंतनाग, राजौरी, और श्रीनगर सीटों पर मतदान का आयोजन होगा। इन पांच सीटों पर मतदान क्रमशः 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को होगा। इस चुनावी कार्यक्रम का समापन 4 जून को होगा, जब चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे।
राज्य में चुनावी माहौल बेहद उत्साहित है। पांच चरणों में होने वाले इस चुनाव को सफल बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ मतदान स्थलों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। इस बीच, विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रचार अभियानों को तेज कर दिया है।
प्रत्याशियों की तैयारी
जम्मू-कश्मीर के लोगों में मतदान को लेकर बड़ी उत्सुकता है। प्रत्येक सीट पर प्रत्याशियों ने अपने प्रचार अभियानों को अंतिम रूप दिया है और मतदाताओं से संपर्क साधने की पूरी कोशिश की जा रही है। इस चुनाव में जनता के मुद्दे और उनकी आकांक्षाएं मुख्य रूप से चर्चा में हैं।
राज्य की पांच लोकसभा सीटों पर होने वाले इस चुनाव के माध्यम से जम्मू-कश्मीर की जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेगी। इस चुनावी प्रक्रिया के जरिए जम्मू-कश्मीर के विकास और प्रगति की नई दिशा तय होगी। चुनाव आयोग द्वारा सुचारू रूप से चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस बार के चुनाव में, मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव का यह आयोजन राज्य की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसके माध्यम से वे अपने भविष्य को आकार दे सकेंगे।