जेल की नालियों, खिड़कियों, शीशों सहित अन्य कमियों पर उन्होंने विशेष ध्यान दिया और मौके पर ही 10 दिनों के भीतर इन कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैरकों, किचन और पूरे कैंपस का निरीक्षण किया, जिससे जेल प्रशासन में तनाव का माहौल बन गया।
जेल में बढ़ी सख्ती
डीआईजी के इस अचानक दौरे ने जेल प्रशासन को चौकन्ना कर दिया। उनकी सख्ती से जेल कर्मियों और बंदियों में एक नई जागरूकता का संचार हुआ। जेल के निर्माणाधीन भागों का निरीक्षण करते हुए डीआईजी ने न केवल कमियों की ओर इशारा किया, बल्कि उन्होंने सुधार के लिए कठोर कदम उठाने के आदेश भी दिए।
माफिया मुख्तार अंसारी का जिक्र
इस दौरान यह भी सामने आया कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, जिसे हाल ही में MP-MLA कोर्ट वाराणसी द्वारा 36 साल पुराने केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, इसी जेल में बंद है। डीआईजी के इस अचानक दौरे को उनकी सुरक्षा और जेल की स्थितियों की जांच के संदर्भ में भी देखा जा रहा है।
सुधार की दिशा में एक कदम
डीआईजी जेल प्रयागराज का यह दौरा जेल में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके द्वारा दिए गए निर्देश न केवल जेल की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेंगे, बल्कि इससे जेल में बंदियों की सुरक्षा और रहन-सहन की स्थितियों में भी सुधार होगा। इस दौरे को जेल प्रशासन के लिए एक चेतावनी के रूप में भी देखा जा रहा है, जिससे वे अपने कामकाज में और अधिक सतर्कता बरतें।