असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जेल प्रशासन ने चेकिंग के दौरान खालिस्तान के समर्थक और नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत बंद अमृतपाल सिंह की बैरक से एक स्मार्ट फोन और कीपैड फोन जब्त किया है। पंजाब सरकार द्वारा पिछले साल NSA के अंतर्गत गिरफ्तार किए गए अमृतपाल और उसके सहयोगियों की बैरक से यह इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स प्राप्त हुए हैं।
जेल में तकनीकी सामग्री की बरामदगी
असम के डीजीपी जेपी सिंह ने इस बारे में जानकारी साझा की है। उनके अनुसार, जेल में अपराधिक गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। जेपी सिंह की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, जेल प्रशासन को अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के बैरक से यह इलेक्ट्रॉनिक सामग्री मिली है।
इस घटना ने जेल की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जेल में मोबाइल फोन की उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि बंदियों द्वारा जेल के भीतर से ही अपराधिक नेटवर्क को चलाने की संभावना है। इससे जेल प्रशासन और सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आई है।
जेल प्रशासन ने इस घटना के बाद जेल के भीतर और भी सख्ती बरतने की बात कही है। जेल में मोबाइल फोन की बरामदगी ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को और भी अधिक प्रमुखता से सामने रखा है। इस घटना की गहन जांच की जा रही है ताकि इस प्रकार की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।
इस घटना का उद्भव जेल में उच्च स्तरीय सुरक्षा की मांग को और भी बल देता है। जेल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के सामने यह चुनौती है कि वे जेल के भीतर और बाहर दोनों जगह सुरक्षा को और अधिक कड़ा करें ताकि इस प्रकार की घटनाएँ दोबारा न हों।