हरियाणा सरकार ने राज्य के किसान संगठनों द्वारा दिल्ली की ओर मार्च करने की घोषणा के मद्देनजर, 12 जिलों में धारा-144 लागू कर दी है। इस आदेश के तहत, चार या उससे अधिक व्यक्तियों का एक स्थान पर एकत्रित होना प्रतिबंधित होगा।
दिल्ली की ओर कूच
हरियाणा पुलिस ने राज्य के अंदर और बाहर जाने वाले मार्गों पर 152 से अधिक चेकिंग पॉइंट्स स्थापित किए हैं, जिससे सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाई जा सके। टीकरी और सिंघु बॉर्डर, जो कि दिल्ली के मुख्य प्रवेश द्वार हैं, पर विशेष ड्रोन निगरानी की जा रही है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर उन्हें किसान संगठनों के इस कूच और उनकी मांगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह मुलाकात दिल्ली और हरियाणा के बीच समन्वय और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इसके अलावा, हरियाणा पुलिस ने यातायात प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं ताकि नागरिकों को कम से कम असुविधा हो। यातायात की निगरानी के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल एप्स का भी उपयोग किया जा रहा है, ताकि लोगों को समय-समय पर अपडेट्स मिल सकें।
हरियाणा सरकार और पुलिस ने कहा है कि वे किसान संगठनों के साथ वार्तालाप के लिए खुले हैं और स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश करेंगे। साथ ही, उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वे धैर्य रखें और सरकार तथा पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
इस पूरी स्थिति को देखते हुए, दिल्ली और हरियाणा के बीच के क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था की गई है। इस मार्च के प्रभाव को कम करने और जनजीवन पर इसके प्रभाव को सीमित करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।