दिल्ली शराब घोटाले में एक नया मोड़ सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में एक बड़ा दावा किया है। इसके अनुसार, के. कविता ने लाभ प्राप्ति की खातिर आम आदमी पार्टी (AAP) के शीर्ष नेतृत्व के साथ मिलकर एक गहन साजिश रची है।
ED के अनुसार, के कविता की भूमिका
यह जांच संस्था कहती है कि के. कविता ने न सिर्फ साजिश रची, बल्कि इसके लिए भारी भरकम रकम का आदान-प्रदान भी किया। के. कविता, जो कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की पुत्री हैं, पर आरोप है कि उन्होंने AAP नेताओं को 100 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि दी है।
इस घोटाले के माध्यम से, जांच एजेंसी का मानना है कि अवैध पैसे की वसूली थोक विक्रेताओं से की गई और इसके बदले में AAP को अनुचित फायदा पहुँचाया गया।
के कविता को इस जांच के चलते गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है। 16 मार्च को हैदराबाद में उनके घर पर छापेमारी की गई, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था। अगले दिन, उन्हें विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 23 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले ने न सिर्फ राजनीतिक जगत में हलचल मचाई है, बल्कि आम जनता में भी इस घोटाले को लेकर गहरी चिंता और कौतूहल की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आम आदमी पार्टी और भारत राष्ट्र समिति दोनों ही इस मामले में अपने-अपने पक्ष को मजबूती से रख रहे हैं।
ED की इस कार्रवाई ने राजनीतिक दलों में पारदर्शिता और नैतिकता की चर्चा को नया आयाम दिया है। इस घटना के बाद, राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर व्यापक बहस और विमर्श की संभावना बन गई है। जनता की नजरें अब इस मामले के आगे के विकास पर टिकी हुई हैं, और सभी यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि आगे क्या होता है।