दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा हादसा टल गया, जब अमृतसर से आ रहे इंडिगो के एक विमान ने लैंडिंग के बाद अनियंत्रित होकर टैक्सी-वे पार कर लिया। इस घटना के कारण, अन्य उड़ानों के आवागमन में भी व्यवधान उत्पन्न हुआ।
दिल्ली एयरपोर्ट पर असामान्य घटना
रविवार की इस घटना में, विमान जब लैंडिंग कर रहा था, तभी अचानक उसने निर्धारित पथ से भटककर टैक्सी-वे की ओर रुख कर लिया। इससे न केवल विमान में सवार यात्रियों की सांसें थम गईं, बल्कि ग्राउंड स्टाफ भी आश्चर्यचकित रह गया।
विमान के टैक्सी-वे पार करने की इस घटना के कारण, हवाई अड्डे के रनवे को लगभग 15 मिनट तक ब्लॉक कर दिया गया था। इस दौरान, अन्य उड़ानों के संचालन में विलंब हुआ, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा हुई।
इंडिगो एयरलाइंस ने इस घटना के बाद एक बयान जारी कर कहा कि विमान के पायलट ने सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया और तत्परता से कार्य करते हुए विमान को सुरक्षित रूप से रोक लिया। एयरलाइंस ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस घटना की गहन जांच की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बहुत ही दुर्लभ होती हैं और इसे संभालने के लिए पायलटों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इस घटना ने हवाई यात्रा की सुरक्षा प्रणालियों और प्रक्रियाओं की मजबूती का परीक्षण किया और यह सिद्ध किया कि सही प्रशिक्षण और त्वरित प्रतिक्रिया से बड़े हादसे टल सकते हैं।
हवाई अड्डे के प्रबंधन ने भी इस घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए, उड़ान संचालन को सामान्य बनाने के लिए तुरंत कार्रवाई की। इस घटना ने हवाई अड्डे की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों की दक्षता और पेशेवर उत्तरदायित्व को भी उजागर किया।
अंततः, इस घटना से यह सिख मिलती है कि विमानन उद्योग में सुरक्षा हमेशा सर्वोपरि होती है और सतर्कता, प्रशिक्षण, और तकनीकी दक्षता के माध्यम से ही हवाई यात्रा को सुरक्षित बनाया जा सकता है।