नई दिल्ली: भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को गुरुवार को चुनाव आयुक्तों के रूप में नियुक्त किया गया। यह घोषणा लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले की गई है।
कानून मंत्रालय ने इन नियुक्तियों की घोषणा करने वाली एक सूचना जारी की।
नये चुनाव आयुक्तों का चयन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक चयन समिति ने इसी दिन पहले उनके नामों की सिफारिश की थी। इस चयन समिति में वरिष्ठ नेता और कुछ अन्य प्रमुख व्यक्तित्व शामिल थे, जिन्होंने इन दोनों पूर्व IAS अधिकारियों के अनुभव और कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए उनका चयन किया।
ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू, दोनों ही अपनी-अपनी सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान दे चुके हैं। उनकी नियुक्तियों से निश्चित रूप से चुनाव आयोग की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, खासकर जब लोकसभा चुनावों की तैयारियाँ जोरों पर हैं।
इन नियुक्तियों का मुख्य उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के विशाल अनुभव और प्रशासनिक कौशल से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि आगामी चुनावों में व्यापक स्तर पर निष्पक्षता और दक्षता को बढ़ाया जा सके।
इस नियुक्ति के साथ ही चुनाव आयोग में नई ऊर्जा और दिशा की उम्मीद की जा रही है। दोनों नव नियुक्त आयुक्त अपने पूर्व अनुभवों को लेकर आएंगे, जिससे चुनावी प्रक्रिया में सुधार हो सकेगा और इसे और अधिक समग्र और समावेशी बनाया जा सकेगा।
इन नियुक्तियों को चुनावी सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू की नियुक्तियों से न केवल चुनाव आयोग की साख में वृद्धि होगी, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र को भी मजबूती प्रदान करेगी। इनकी नियुक्तियों से उम्मीद की जा रही है कि आगामी चुनाव और भी अधिक सुचारू और निष्पक्ष होंगे।