पुणे में पुलिस ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो 500 रुपये के नकली नोट छापने में लिप्त था। इस अवैध गतिविधि के लिए जरूरी कागज़ चीन से मंगाया गया था। पुलिस ने इस सिंडिकेट से 500 रुपए के 540 नकली नोट बरामद किए, जिनकी कुल कीमत 24 लाख रुपए थी।
यूट्यूब से शुरू हुआ नकली नोट छापने का सफर
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह ने नकली नोट छापने की कला यूट्यूब से सीखी थी। इस गिरोह के सदस्यों ने आपस में मिलकर इस धंधे को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सदस्यों में आईटी डिप्लोमा धारक से लेकर ड्राइवर तक शामिल हैं, जो एक दूसरे के दोस्त थे और बिजनेस करने की ख्वाहिश रखते थे।
इस मामले की गहनता से जांच करते हुए पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने नकली नोट छापने वाले इस गिरोह को बेनकाब किया। इस गिरोह ने चीन से नोट छापने के लिए जरूरी कागज़ मंगवाए थे। गिरोह की योजना बाजार में नकली नोट उतारने की थी, जिसे पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया।
नकली नोट छापने की इस कारगुजारी में शामिल आरोपियों की पहचान रितिक खडसे, सूरज यादव, आकाश धांगेकर, सुयोग सालुंखे, तेजस बल्लाल और प्रणव गवाने के रूप में हुई है। यह सभी आरोपी पेशे से विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं लेकिन उनका उद्देश्य नकली नोट छापकर तेजी से पैसा कमाना था।
पुणे पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए न केवल नकली नोट बरामद किए बल्कि इस अवैध धंधे को अंजाम देने वाले साधनों को भी जब्त किया है। इस कार्रवाई से अन्य अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश गया है कि कानून के हाथ लंबे हैं और अपराध की कोई भी गतिविधि बच नहीं सकती।