चंडीगढ़: पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मंगलवार को घोषणा की कि श्री आनंदपुर साहिब में एक पगड़ी संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। इस संग्रहालय का उद्देश्य भारतीय संस्कृति में पगड़ी के महत्व को प्रदर्शित करना होगा। चीमा ने यह घोषणा 2024-25 के राज्य बजट की प्रस्तुति के दौरान की, जिसमें स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पगड़ी का महत्व
विधानसभा में अपने भाषण के दौरान, चीमा ने कहा, “श्री आनंदपुर साहिब में पगड़ी संग्रहालय बनाने की दिशा में प्रयास जारी हैं, जिससे भारतीय संस्कृति में पगड़ी के महत्व को उजागर किया जा सके।” यह पहल पंजाब सरकार की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और प्रदर्शित करने की दिशा में एक कदम है।
पगड़ी, भारतीय संस्कृति में एक प्रतिष्ठित प्रतीक है, जो सम्मान, गरिमा और पहचान का प्रतीक है। इस संग्रहालय के माध्यम से, आगंतुकों को पगड़ी के विविध प्रकारों, उनके ऐतिहासिक महत्व और उनकी सांस्कृतिक भूमिका की गहराई से समझ मिलेगी।
राज्य के 2024-25 बजट में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कुल आउटले प्रस्तावित है। इसमें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। पगड़ी संग्रहालय की स्थापना भी इसी प्रयास का एक हिस्सा है, जो सांस्कृतिक जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देगा।
पंजाब सरकार की इस पहल से न केवल पंजाब में बल्कि पूरे भारत में पगड़ी के महत्व को फिर से पहचाना जाएगा। संग्रहालय के निर्माण से यह उम्मीद की जा रही है कि यह स्थान शिक्षा और संस्कृति के प्रति जिज्ञासा बढ़ाने वाला एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
इस संग्रहालय के माध्यम से, पंजाब सरकार भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दर्शाने का प्रयास कर रही है। यह संग्रहालय न केवल पगड़ी के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा बल्कि यह भी दिखाएगा कि कैसे यह सिर्फ एक पहनावा नहीं बल्कि एक गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।