रायपुर (हरमीत): छत्तीसगढ़ के ‘वैद्यराज’ हेमचंद मांझीने अपना पद्मश्री सम्मान लौटाने का ऐलान किया है। इसके पीछे की वजह उन्होंने नक्सलियों से मिलने वाली धमकियों को बताया है। वैद्यराज ने यहां तक कहा है कि वह अपनी प्रैक्टिस बंद कर देंगे। हेमचंद मांझी को पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में पिछले महीने ही राष्ट्रपति भवन में देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया था।
बता दें कि नारायणपुर जिले के चमेली और गौरदंड गांव में दो निर्माणाधीन मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने बताया कि वहां बैनर और पर्चे मिले थे जिसमें हेमचंद मांझी को धमकी दी गई थी। पर्चे पर मांझी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पद्मश्री पुरस्कार लेती हुई तस्वीर मौजूद थी।
नक्सलियों का आरोप है कि हेमचंद मांझी ने नारायणपुर के छोटेडोंगर इलाके में आमदई घाटी लौह अयस्क परियोजना को शुरू करने में मदद की और इसके लिए उन्हें रिश्वत मिली है। नक्सलियों ने न केवल आरोप लगाए बल्कि हेमचंद को गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दी है।
वहीं हेमचंद मांझी का कहना है कि उन्होंने अपने परिवार से बात की है और उसके बाद तय किया कि वह अब अपनी प्रैक्टिस बंद कर देंगे और पद्मश्री भी लौटा देंगे। बता दें कि 9 दिसंबर 2023 को हेमचंद के भतीजे की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद हेमचंद का परिवार नारायणपुर शहर में रह रहा है और उन्हें सुरक्षा दी गई है।