झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में, एक बड़े नक्सली विरोधी अभियान के तहत, सुरक्षा बलों ने तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इस अभियान में 60 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और 67 राउंड जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। इन नक्सलियों की पहचान रोहित दास, यूलिप जोजो, और बासु बाहंदा के रूप में हुई है, जो क्रमशः छत्तीसगढ़ और झारखंड के निवासी हैं।
गहन निगरानी और गुप्त सूचनाओं का परिणाम
स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। गोईलकेरा थाना क्षेत्र में, पंचलताबुरू जंगली क्षेत्र के पास, इन नक्सलियों को पकड़ा गया। इस कार्रवाई की योजना गुप्त सूचनाओं के आधार पर बनाई गई थी, जिसमें नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी।
व्यापक हथियार और सामग्री की बरामदगी
गिरफ्तारी के बाद, नक्सलियों की निशानदेही पर एक बड़े नक्सली डंप का पता चला। यहां से एक थ्री नॉट थ्री राइफल, विस्फोटकों की भारी मात्रा, और 41 अलग-अलग प्रकार की सामग्री जब्त की गई। बरामद विस्फोटकों को बॉम्ब स्क्वाड की सहायता से निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे किसी भी प्रकार के खतरे को टाला जा सका।
नक्सली हिंसा में शामिल आरोप
गिरफ्तार किए गए तीनों नक्सलियों पर पश्चिमी सिंहभूम जिले में आठ नक्सली हिंसक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। ये वारदातें टोंटो और जेटेया थाने के अंतर्गत आती हैं, जिसमें स्थानीय नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था। इन आरोपों के चलते, इन तीनों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता
यह ऑपरेशन पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलों की सतर्कता और साहसिक कार्रवाई ने इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को एक बड़ा झटका दिया है। इस अभियान के माध्यम से न केवल नक्सलियों को पकड़ा गया, बल्कि उनके हथियारों और सामग्री के भंडारण स्थल का भी पता लगाया गया, जिससे भविष्य में होने वाले हमलों को रोकने में मदद मिलेगी।