इस्लामाबाद: पाकिस्तान में होने जा रहे आम चुनावों के लिए लगभग 6,50,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। यह कदम उन अधिकारियों द्वारा उठाया गया है जो मतदान केंद्रों की स्थापना में व्यस्त हैं, ताकि 12.85 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता गुरुवार को अपने वोट डाल सकें।
सुरक्षा उपायों में वृद्धि
हिंसा की एक श्रृंखला के मद्देनजर सुरक्षा को बढ़ाया जाना अनिवार्य है। नवीनतम घटना में, बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को लक्षित करते हुए दो विनाशकारी बम विस्फोटों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 40 से अधिक अन्य घायल हुए।
रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगभग 6,50,000 सुरक्षा कर्मी जमीन पर तैनात किए गए हैं। इनमें पुलिस, सिविल सशस्त्र बलों और सशस्त्र बलों के कर्मी शामिल हैं। एक तीन स्तरीय प्रणाली के तहत, सशस्त्र बलों के कर्मी मतदान केंद्रों के बाहर कर्तव्यों का प्रदर्शन करेंगे।
यह विशाल सुरक्षा तैनाती देश में चुनावी प्रक्रिया को सुगम और सुरक्षित बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। चुनावी हिंसा और अस्थिरता के बावजूद, पाकिस्तान के नागरिकों को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए एक सुरक्षित माहौल प्रदान करने का यह एक कदम है।
इस बीच, चुनावी तैयारियों में जुटे अधिकारी चुनावी सामग्री और मतपत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कार्यरत हैं। इसके अलावा, मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों को भी मजबूत किया गया है, ताकि COVID-19 महामारी के मद्देनजर मतदान की प्रक्रिया को सुरक्षित रखा जा सके।
पाकिस्तान में चुनावी प्रक्रिया के इस अहम मोड़ पर, सुरक्षा और लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता की यह घटना दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों के लिए एक मिसाल पेश करती है। इस विशाल सुरक्षा तैनाती से न केवल मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि यह चुनावी प्रक्रिया के लिए एक सुचारू और शांतिपूर्ण माहौल भी सुनिश्चित करेगा।