मुंबई: राजस्थान रॉयल्स के सहायक कोच शेन बॉन्ड ने फॉर्म में चल रहे रियान पराग को “अत्यधिक प्रतिभावान” खिलाड़ी के रूप में वर्णित किया है। उन्होंने पराग की तुलना युवा सूर्यकुमार यादव से की, जो एक दशक से भी अधिक समय पहले मुंबई इंडियंस से जुड़े थे और विश्व के सबसे विस्फोटक T20 बल्लेबाजों में से एक बन गए।
घरेलू क्रिकेट से अपनी शानदार फॉर्म लाते हुए, 22 वर्षीय पराग ने आईपीएल में दो उच्च गुणवत्ता वाली पचासियां बनाकर राजस्थान को अब तक के तीनों खेलों में जीत दिलाने में मदद की है।
प्रतिभा का उदय
पराग की नवीनतम उपलब्धि सोमवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ उनकी टीम की छह विकेट से जीत में आई। उन्होंने 126 के पीछा करते हुए रॉयल्स के चेज की अगुवाई की, 39 गेंदों में नाबाद 54 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे।
शेन बॉन्ड के अनुसार, पराग की प्रतिभा और क्षमता उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनाती है, जो न केवल अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट के लिए भी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकते हैं।
बॉन्ड का कहना है कि पराग में वह सभी गुण हैं जो एक युवा सूर्यकुमार यादव में थे जब वह मुंबई इंडियंस से जुड़े थे। वे न केवल तकनीकी रूप से कुशल हैं, बल्कि उनकी मानसिकता और खेल के प्रति दृष्टिकोण भी उत्कृष्ट है।
प्रतिभा और समर्पण का मेल
राजस्थान रॉयल्स और उनके प्रशंसक पराग की इस फॉर्म को देखकर उत्साहित हैं। उनकी बल्लेबाजी न केवल टीम को मजबूती प्रदान कर रही है, बल्कि वे युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा भी बन रहे हैं।
उनकी सफलता का राज उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और लगातार सुधार के प्रति उनकी इच्छा में निहित है। पराग ने दिखाया है कि प्रतिभा अकेले में सफलता की गारंटी नहीं है; इसे समर्पण और कठिन परिश्रम से संवारना पड़ता है।
शेन बॉन्ड और राजस्थान रॉयल्स की टीम पराग की प्रगति पर नजर रखे हुए है, उम्मीद है कि वह आगे भी अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित करेंगे। पराग की यात्रा ने साबित किया है कि युवा प्रतिभाओं के सही मार्गदर्शन और समर्थन से भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है।