अबू धाबी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और यूएई को “प्रगति के साझेदार” के रूप में सराहना की। उन्होंने कहा कि यूएई में रह रहे हर भारतीय पर देश को गर्व है।
“हमारी साझेदारी हर क्षेत्र में मजबूत हो रही है और नई ऊंचाइयों को छू रही है। यह भारत की इच्छा है कि हमारी साझेदारी हर दिन मजबूत होती रहे,” मोदी ने कहा।
प्रगति के साझेदार
“भारत और यूएई प्रगति के साझेदार हैं। हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है,” मोदी ने ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा।
यह संबोधन दोनों देशों के बीच साझेदारी की मजबूती और विकास के नए आयामों को उजागर करता है। भारत और यूएई ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को गहरा किया है, जिसमें व्यापार, निवेश, ऊर्जा, और तकनीकी सहयोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने की भारत की दृढ़ इच्छा को दर्शाता है। उन्होंने यूएई में भारतीय समुदाय की भूमिका की सराहना की और कहा कि वे दोनों देशों के बीच सेतु का काम करते हैं।
इस साझेदारी का महत्व सिर्फ आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर पर भी है। दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ती आपसी समझ और सहयोग इस साझेदारी को और भी मजबूत बनाती है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और उनके भाषण ने न केवल भारत-यूएई संबंधों की गहराई को उजागर किया, बल्कि भविष्य में इन संबंधों के और अधिक विकसित होने की संभावनाओं को भी दिखाया। इस साझेदारी का उद्देश्य दोनों देशों के लोगों के जीवन को बेहतर बनाना और एक साझा भविष्य की ओर बढ़ना है।