नई दिल्ली (राघव): पिछले साल सात अक्टूबर की आधी रात को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे। हमास के इस हमले के जवाब में इजरायल ने युद्ध छेड़ दिया है। इजरायल ने गाजा पट्टी को युद्ध का मैदान बना दिया। हमास के खात्मे का लक्ष्य लेकर इजरायली सेना गाजा पट्टी, लेबनान से लेकर ईरान तक में मौजूद अपने दुश्मनों को ढेर कर रही है। बुधवार (31 जुलाई) को इजरायल ने अपने दो बड़े दुश्मनों को मौत के घाट उतार दिया। बुधवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर फुआद शुक्र को हवाई हमले में ढेर किया गया। हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फुआद शुक्र का शव बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहि (Dahie) में मलबे के नीचे मिला है। वहीं, बुधवार सुबह खबर सामने आई की तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की एयर स्ट्राइक में मौत हो गई।
पिछले सप्ताह गोलन हाइट्स पर राकेट हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई थी। इजरायल ने रॉकेट हमले के लिए आतंकी समूह हिजबुल्ला को दोषी ठहराया है। हालांकि हिजबुल्ला ने हमले में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है। फुआद लंबे समय से हिजबुल्लाह के साथ जुड़ा हुआ था। वो हिजबुल्लाह के महासचिव हसन नसरल्लाह का सैन्य सलाहकार भी थी। उसने साल 1983 में लेबनान के बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉर्प्स के बैरकों पर हुए हमले में मुख्य भूमिका निभाई थी। इस हमले में 300 अमेरिकी और फ्रांसीसी सैनिक मारे गए थे। इस हमले के बाद अमेरिका ने उसपर 50 लाख डॉलर का इनाम रखा था। फुआद को इजरायल अपने प्रमुख दुश्मनों में से एक मानता था। दरअसल, 1990 के दशक में उसने तीन इजरायली सैनिक, बेन्यामिन अव्राहिम, अदि अवितन और उमर सवैद की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के पीछे फुआद का ही हाथ था।