लंदन (राघव): ब्रिटेन के अलग-अलग शहरों में तीन बच्चियों की मौत के बाद से दंगे जारी है। प्रदर्शनकारियों का विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया है। ब्रिटेन की सड़कों पर हो रही हिंसा की घटना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने आपात बैठक बुलाई है। पिछले छह दिनों में देश में अराजकता फैल गई है, क्योंकि दक्षिणपंथी समूह डांस क्लास में बच्चियों पर हुई चाकूबाजी की घटना को हवा देने के लिए इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस हमले में तीन बच्चियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इसे लेकर इंटरनेट पर अफवाह फैलाई जा रही है कि आरोपित रवांडा का था और यहां शरण चाहता था। हिंसक भीड़ अप्रवासियों और मुसलमानों को निशाना बना रही है।
उग्र भीड़ ने रविवार को दो होटलों को निशाना बनाया। माना जा रहा है कि वहां शरण की मांग करने वाले लोग रह रहे हैं। सरकार की आपातकालीन प्रतिक्रिया समिति कोबरा की सोमवार को होने वाली बैठक के दौरान पुलिस प्रमुखों और मंत्रियों से यह सुनिश्चित किए जाने की उम्मीद है, जिससे हिंसा की पुनरावृत्ति न हो। साउथ यार्कशायर के मेयर ओलिवर कोपर्ड ने कहा कि मुझे लगता है कि ये दूर-दराज के गुंडे हैं, जिन्होंने हमारे समुदायों के कुछ सबसे कमजोर लोगों पर हमला किया और इसका कोई बहाना नहीं है। गृह कार्यालय ने मस्जिदों पर हमलों के खतरे से निपटने के लिए अधिक सुरक्षा की पेशकश की है।
यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने प्रोटेस्ट की आलोचना की है। कीर स्टार्मर ने रविवार को धुर दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि उन्हें इंग्लैंड के सबसे खराब प्रदर्शन में भाग लेने पर अफसोस होगा। उन्होंने ये भी कहा, वो इसको लेकर सख्त कार्रवाई करेंगे। घटना के बाद कीर स्टार्मर ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, ‘मैं गारंटी देता हूं कि इन दंगों में सीधे तौर पर या ऑनलाइन भाग लेने वालों को पछतावा होगा। हम अपराधियों को सीधे तौर पर कठघरे में लाएंगे।’