बजट सत्र के अंतिम दिवस पर, लोकसभा ने एक यादगार पल देखा। शनिवार को, संसद में चर्चा का आगाज़ राम मंदिर निर्माण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम 4:58 पर सदन को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने अपने 42 मिनट के भाषण में सरकार की पांच साल की उल्लेखनीय उपलब्धियों का जिक्र किया।
ऐतिहासिक उपलब्धियों का जश्न
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा, “17वीं लोकसभा ने पीढ़ियों की प्रतीक्षा को समाप्त किया है, इसी सदन ने अनुच्छेद 370 को हटाने का साहसिक निर्णय लिया।” यह बयान साबित करता है कि इस बजट सत्र ने न केवल आर्थिक दिशा निर्धारित की है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और साहसिक निर्णयों को भी बढ़ावा दिया है।
लोकसभा की इस बैठक में, प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की विविध उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता, और सामाजिक समरसता में किए गए सुधारों का उल्लेख किया। इन उपलब्धियों में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा भी शामिल था, जिसे उन्होंने भारतीय संस्कृति और आस्था की विजय के रूप में वर्णित किया।
आगे की राह
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी जोर देकर कहा कि उनकी सरकार भारत को विश्व पटल पर एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने आगामी वर्षों में भारत के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसमें तकनीकी विकास, शिक्षा में सुधार, और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार शामिल है।
बजट सत्र के समापन पर, यह स्पष्ट है कि सरकार ने न केवल वित्तीय नियोजन पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि राष्ट्रीय हितों और सामाजिक समरसता के लिए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का भाषण न केवल उनकी सरकार की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि भविष्य के लिए उनके दृष्टिकोण को भी प्रकट करता है।
इस बजट सत्र ने देश की राजनीतिक और सामाजिक दिशा में एक नई राह तैयार की है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत ने नई ऊँचाइयों को छूने की दिशा में कदम बढ़ाया है, जो आने वाले वर्षों में उसके विकास की गति को और भी तेज करेगा।