बिहार की राजनीति में फ्लोर टेस्ट से ठीक एक दिन पहले एक बड़ी घटना ने सभी को चौंका दिया। राज्य में जहां सत्ता का संघर्ष अपने चरम पर है, वहीं इस उथल-पुथल के बीच एक विधायक के अपहरण की खबर ने राजनीतिक माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।
बिहार में बढ़ता राजनीतिक तनाव
तेजस्वी यादव, जिनकी राजनीतिक गतिविधियाँ सदैव चर्चा में रहती हैं, उनके निवास पर पुलिस की भारी तैनाती देखी गई। स्थानीय प्रशासन के उच्चाधिकारी, जिनमें एसडीएम और सिटी एसपी शामिल हैं, उनके घर का दौरा कर चुके हैं। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल के विधायक चेतन आनंद के भाई अंशुमान आनंद ने एक गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके विधायक भाई को अगवा कर लिया गया है।
चेतन आनंद, जो कि प्रसिद्ध बाहुबली आनंद मोहन के पुत्र हैं, के बारे में उनके भाई ने बताया कि वह पिछले शनिवार से लापता हैं। इस खबर के फैलते ही, पटना पुलिस तेजस्वी यादव के निवास पर पहुंची, जिससे राष्ट्रीय जनता दल के समर्थकों में हड़कंप मच गया।
इस घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। फ्लोर टेस्ट के महत्वपूर्ण मोड़ पर, एक विधायक का अपहरण सवाल उठाता है कि आखिर राज्य में राजनीतिक स्थिरता की स्थिति क्या है।
इस पूरे प्रकरण ने बिहार की राजनीति को एक अनिश्चितता के दौर में धकेल दिया है। विधायक के अपहरण की इस घटना ने न केवल राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है, बल्कि आम जनता में भी चिंता और असुरक्षा की भावना को बढ़ावा दिया है।
राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के इस दौर में, लोगों की नज़रें अब सरकार और विपक्ष दोनों पर टिकी हुई हैं। सभी की उम्मीदें इस बात पर टिकी हैं कि इस संकट का समाधान किस प्रकार से निकलेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना का प्रभाव आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति पर साफ देखा जा सकेगा।