पटना (पेमा)- बिहार में राजनीतिक भूचाल की एक नई कड़ी में, जगदानंद सिंह के बेटे अजीत कुमार ने जदयू से अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अजीत, जो जेडीयू में प्रदेश महासचिव सह प्रभारी संगठन के रूप में कार्यरत थे, ने पार्टी के कामकाज और निर्णयों पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं।
अजीत कुमार ने अपने इस्तीफे के पत्र में उल्लेख किया कि बिहार के हितों को देखते हुए और राज्य की जनता की अपेक्षाओं को समझते हुए उन्होंने यह कठिन निर्णय लिया है। उनका यह भी कहना है कि बिहार में हुए चुनाव के दो चरणों के बाद भी एनडीए गठबंधन से कोई सार्थक घोषणा नहीं की गई है जो राज्य के हित में हो।
इस घटनाक्रम के बाद अजीत कुमार का राजद में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। यदि वह राजद में शामिल होते हैं, तो यह बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को दर्शाएगा। अजीत कुमार के इस कदम से जेडीयू के भीतर और बिहार की राजनीति में व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। उनके इस्तीफे को एक विरोधी संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जिससे अन्य नेताओं के भी प्रतिक्रियात्मक कदम उठाने की संभावना है।
अजीत का यह कदम न केवल जेडीयू के लिए, बल्कि बिहार की राजनीति के लिए भी एक नई चुनौती पेश करता है। इसे एक ऐसा मोड़ माना जा सकता है जहां से नई रणनीतियाँ और गठबंधन की संभावनाएँ उभर सकती हैं।