वाशिंगटन (नेहा): पिछले दस वर्षों में भारत ने आर्थिक विकास की असाधारण ऊँचाइयों को छूआ है, यह कहना है एक प्रमुख भारतीय-अमेरिकी उद्यमी और वेंचर कैपिटलिस्ट का। उन्होंने इस विकास का श्रेय देश द्वारा नियमों और नियामकों में किए गए सुधारों और बुनियादी ढांचे पर केंद्रित प्रयासों को दिया।
सिलिकॉन वैली के आधारित एम आर रंगस्वामी, जो ‘इंडियास्पोरा’ के संस्थापक भी हैं, ने यह भी बताया कि भारत-अमेरिका संबंधों के लिए “मेट्रिक्स सही दिशा में बढ़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों का यह सफर विचारणीय है। जब प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) 2014 में पदभार संभाला, तब से लेकर अब तक की अर्थव्यवस्था को देखें, तो एक स्पष्ट छलांग दिखाई देती है। जीडीपी वृद्धि, आय में वृद्धि आदि कई मापदंडों पर विकास हुआ है।
रंगस्वामी का कहना है कि नियमों में सुधार, नई तकनीकी की अदला-बदली और वैश्विक मानकों के अनुरूप ढालना, ये सभी कारक भारत के पक्ष में गए हैं। इससे न केवल आर्थिक संरचना मजबूत हुई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आज का भारत और दस वर्ष पूर्व का भारत एकदम भिन्न है। तकनीकी उन्नति, उद्योग धंधों का विकास और विदेशी निवेश में वृद्धि, सभी ने मिलकर भारत की आर्थिक तस्वीर को नया रूप दिया है।