ताइपे सिटी/बीजिंग (नीरू): ताइवान में नए राष्ट्रपति के शपथ लेने के बाद बौखलाएचीन ने उसे सजा देने का फैसला किया है। चीन ने गुरुवार सुबह तड़के ताइवान द्वीप के चारों ओर एक बड़ा सैन्य अभ्यास (मिलिट्री ड्रिल) शुरू किया है।
चीन के सरकारी मीडिया ने बताया कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की पूर्वी थियेटर कमान ने गुरुवार सुबह 7:45 बजे से ताइवान द्वीप के आसपास संयुक्त मिलिट्री ड्रिल शुरू किया। ये ड्रिल ताइवान जलडमरूमध्य, ताइवान द्वीप के उत्तर दक्षिण और पूर्व के साथ ही किनमेन, मात्सु, विकुउ और डोंगियन द्वीपों के आसपास के क्षेत्रों में आयोजित किया जा रहा है। चीनी सेना ने इस मिलिट्री ड्रिल को ताइवान की आजादी चाहने वालों के लिए सजा बताया है।
पूर्वी थियेटर कमान के प्रवक्ता ली शी ने कहा, ‘ये मिलिट्री ड्रिल ताइवान स्वतंत्रता बलों के अलगाववादी कारनामों के लिए एक कड़ी सजा के रूप में काम करता है और बाहरी ताकतों द्वारा हस्तक्षेप और उकसावे के खिलाफ एक सख्त चेतावनी है।’ उन्होंने बताया कि संयुक्त ड्रिल में चीन की सेना, नौसेना, वायु सेना और रॉकेट बल सहित सैन्य सेवाएं भाग ले रही हैं। इसका कोड नाम ज्वाइंट स्वोर्ड-2024A रखा गया है।
बता दें कि अभ्यास में हिस्सा लेने वाले फाइटर जेट और युद्ध पोतों की संख्या नहीं बताई गई है लेकिन चीन की सेना ने पिछले साल अप्रैल के बाद इतने बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास नहीं किया है। इस सैन्य अभ्यास का समय भी महत्वपूर्ण है। यह उस समय किया जा रहा है जब तीन दिन पहले सोमवार को ही ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने शपथ ली है। लाई चिंग भी अपनी पूर्ववर्ती साई इंग वेन के नक्शे पर चलते हुए ताइवान की आजादी की वकालत करते हैं।