नई दिल्ली (उपासना)): भारतीय नौसेना का पाल वाहन आईएनएसवी तारिणी, जिसमें दो महिला अधिकारी सवार थीं, ने लगभग दो महीने की ऐतिहासिक महासागरीय अभियान ट्रांसओशनिक को पूरा करते हुए विजयी वापसी की है। इस दौरान उन्होंने तेज हवाओं और उथल-पुथल भरी समुद्री लहरों का सामना किया।
यह अभियान लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए के नेतृत्व में “डबल-हैंडेड मोड” में संचालित किया गया। दोनों ही अधिकारी भारतीय नौसेना के महिला विभाग से हैं। उनकी यह यात्रा न केवल निजी बल्कि राष्ट्रीय गौरव की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
भारतीय नौसेना ने सोमवार को एक बयान में कहा, “उनकी असाधारण यात्रा ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुई है क्योंकि वे ऐसा करने वाली भारत की पहली महिलाएं हैं।” इस अभियान से न केवल महिला अधिकारियों की क्षमताओं का परिचय मिलता है बल्कि यह भारतीय नौसेना की तकनीकी और रणनीतिक क्षमता का भी परीक्षण था।
आईएनएसवी तारिणी ने इस दौरान कई तकनीकी उपलब्धियों को प्राप्त किया। इस जहाज को विशेष रूप से महिला अधिकारियों के संचालन के लिए डिजाइन किया गया था, जो कि भारतीय नौसेना के लिए एक नवीन पहल है। जहाज की संरचना और उसके उपकरण, दोनों ही उच्चतम मानकों पर खरे उतरे।