नई दिल्ली (हेमा)- भारत और मालदीव के बीच संबंधों को मजबूत करने के इरादे से, मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने हाल ही में भारत का दौरा किया। इस दौरान उनकी भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ अहम बैठक हुई। इस बैठक में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करने के विषय पर चर्चा की।
जयशंकर ने इस अवसर पर भारत की ‘नेबर फर्स्ट पॉलिसी’ की महत्वपूर्णता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “भारत हमेशा से अपने पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध बनाए रखने का प्रयास करता आया है। हमारे और मालदीव के बीच के रिश्ते आपसी हितों और समझबूझ पर आधारित हैं।”
विदेश मंत्री जमीर ने भी इस बैठक में भारत के साथ किए गए सहयोगी प्रोजेक्ट्स की सराहना की। उन्होंने बताया, “भारत के सहयोग से मालदीव में चल रहे कई विकासात्मक प्रोजेक्ट्स ने हमारे देश की आर्थिक स्थिति और नागरिकों की जीवन शैली में सुधार लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा, वित्तीय मदद के रूप में भी भारत ने हमेशा मालदीव का समर्थन किया है।”
इस दौरान जयशंकर और जमीर दोनों ने माना कि स्थिर और सुरक्षित परिस्थितियों में ही द्विपक्षीय संबंध और अधिक फलीभूत हो सकते हैं। दोनों देशों ने इस बात का संकल्प लिया कि वे आपसी समझ और सहयोग की दिशा में और अधिक कदम उठाएंगे।
भारत की विदेश नीति और उसके पड़ोसी देशों के साथ संबंध भविष्य में इस क्षेत्र के लिए नए विकास के अवसर लाने में महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकते हैं। इस बैठक को भारत-मालदीव संबंधों की नई दिशा के रूप में देखा जा सकता है, जो दोनों देशों के लिए समृद्धि और स्थिरता का मार्ग प्रशस्त करेगी।