बलरामपुर (उ.प्र.): समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से नवाजा जा रहा है ताकि भगवा पार्टी के वोट बिखरें नहीं। यादव का यह बयान भाजपा के दिग्गज नेता के नाम की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद आया।
अडवाणी को मिला सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा और उन्होंने इसे अपने लिए “बहुत भावुक क्षण” बताया।
इस सम्मान की घोषणा से राजनीतिक गलियारों में खासी हलचल मची है। विपक्षी दलों, विशेषकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसे भाजपा द्वारा अपने वोट बैंक को संगठित रखने की रणनीति के रूप में देखा है।
अखिलेश यादव का यह बयान उनकी और उनकी पार्टी की रणनीतिक सोच को दर्शाता है। उन्होंने आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा पर सवाल उठाया, जिसे वे मानते हैं कि चुनावी लाभ के लिए किया गया है।
भाजपा ने इस आलोचना का मुखर विरोध किया है। पार्टी के कई नेताओं ने इसे राजनीतिक ईर्ष्या के रूप में देखा और आडवाणी के योगदान को सम्मान देने की बात कही।
आडवाणी को भारत रत्न मिलना न केवल उनके लंबे राजनीतिक जीवन की पहचान है बल्कि यह भारतीय राजनीति में उनके योगदान को भी मान्यता देता है। उनकी इस उपलब्धि पर राष्ट्रीय स्तर पर बधाई दी गई है।
इस सम्मान के साथ, भाजपा का उद्देश्य न केवल अपने वरिष्ठ नेता को सम्मानित करना है बल्कि यह भी संदेश देना है कि पार्टी अपने नेताओं की उपलब्धियों और योगदान को महत्व देती है।