मणिपुर (हेमा): मणिपुर के उखरुल जिले में चुनावी हिंसा ने एक बार फिर से लोकतंत्र की नींव को हिला दिया है। 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान, कुछ अशांत तत्वों ने दो मतदान केंद्रों पर गंभीर तोड़फोड़ की घटनाएं अंजाम दीं। इस घटना ने कांग्रेस पार्टी को मणिपुर के कुछ बूथों पर पुन: मतदान की मांग करने के लिए मजबूर किया है।
उखरुल जिले के सहायक रिटर्निंग अधिकारी कजलाई गंगमेई ने बताया कि उपद्रवियों ने दोपहर 3.40 बजे के करीब मतदान केंद्रों 44/36 और 44/41 पर ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह क्षति इतनी गंभीर थी कि मतदान केंद्रों पर तकनीकी विशेषज्ञों को बुलाया गया। इस तरह की हरकतों से न केवल चुनावी प्रक्रिया में बाधा आई है, बल्कि मतदाताओं के अधिकारों का हनन भी हुआ है।
इन घटनाओं के प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि उपद्रवियों ने न केवल मशीनें तोड़ीं, बल्कि कुछ स्थानों पर बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं भी अंजाम दी गईं। इस प्रकार के व्यवहार से चुनावी पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगता है। कांग्रेस पार्टी की मांग है कि जहां-जहां ऐसी घटनाएँ हुई हैं, वहां पुन: मतदान किया जाए।