फरक्का (पश्चिम बंगाल) (हेमा)- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरण के मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े ‘देरी’ से जारी करने के लिए बुधवार को निर्वाचन आयोग की आलोचना की। ममता ने इन दो चरणों के मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि पर भी चिंता जताई।
अल्पसंख्यक बहुल मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में लगातार दो रैलियों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने केंद्र पर राज्य की उपेक्षा करने का आरोप लगाया, क्योंकि यहां अल्पसंख्यक और पिछड़े समुदायों का प्रतिशत अधिक है। ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने पहले जो आंकड़े जारी किए थे, अंतिम मतदान प्रतिशत में उनसे करीब 5.75 प्रतिशत की अचानक वृद्धि चिंताजनक है। भाजपा द्वारा चुनाव परिणामों में हेरफेर किए जाने की आशंका है, क्योंकि कई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन कई दिन तक गुम रहीं।’’
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि न केवल चिंताजनक है, बल्कि ईवीएम की प्रामाणिकता पर भी गंभीर आशंका पैदा करती है। उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को ईवीएम निर्माताओं का ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए, क्योंकि भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है।