मध्य प्रदेश के सीहोर शहर में होली के आगमन के साथ ही बाजारों में रंग और उमंग का माहौल गहरा गया है। इस बार होली पर, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों वाली पिचकारियों और मास्क की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है।
मध्य प्रदेश में होली का जश्न
होली के इस त्यौहार पर आम चुनावों का रंग भी चढ़ता नजर आ रहा है। शहर की दुकानें मोदी और योगी की पिचकारियों से सज गई हैं, जिनकी मांग सबसे अधिक है। इन पिचकारियों के अलावा, उनके चेहरे वाले मास्क भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।
बाजारों में खरीदारों का उत्साह देखते बनता है। मोदी और योगी की पिचकारियों के साथ-साथ, उनके चेहरे के मास्क भी लोग बड़ी संख्या में खरीद रहे हैं। यह बताता है कि होली के इस पावन पर्व पर भी राजनीतिक उत्साह का रंग घुल रहा है।
रंगों के इस त्यौहार पर जहां एक ओर लोग पारंपरिक ढंग से होली मनाने के लिए उत्सुक हैं, वहीं दूसरी ओर, मोदी और योगी की पिचकारी और मास्क की डिमांड ने एक नए ट्रेंड की शुरुआत की है। इस नए चलन ने सीहोर शहर के बाजारों की रौनक को और भी बढ़ा दिया है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार होली पर मोदी और योगी की पिचकारियां और मास्क की डिमांड में उन्होंने पहले कभी न देखी गई बढ़ोतरी देखी है। इससे न सिर्फ बाजारों में चहल-पहल बढ़ी है, बल्कि त्यौहार की खुशियां भी दोगुनी हो गई हैं।
यह भी देखा गया है कि लोग इन पिचकारियों और मास्क को खरीदने के लिए विशेष रूप से दुकानों पर आ रहे हैं। यह उत्सव के माहौल में एक नया आयाम जोड़ता है और यह भी दर्शाता है कि कैसे पारंपरिक त्यौहारों के साथ-साथ आधुनिकता का मिश्रण हो रहा है। होली के त्यौहार का महत्व भारतीय संस्कृति में बहुत अधिक है, जो भाईचारे, प्रेम और उत्साह को बढ़ावा देता है। इस वर्ष, मध्य प्रदेश में होली का जश्न और भी विशेष बन गया है, क्योंकि लोग अपने पसंदीदा नेताओं की पिचकारियों और मास्क के साथ उत्सव मना रहे हैं।
इस प्रकार, मध्य प्रदेश के सीहोर शहर में होली के त्यौहार को मनाने का तरीका न सिर्फ पारंपरिक रूप से अनूठा है, बल्कि इसमें आधुनिकता और राजनीतिक जागरूकता का भी संगम है। यह उत्सव न केवल रंगों का है बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विविधता और एकता का भी प्रतीक है, जिसे मध्य प्रद देश के सीहोर शहर के लोगों ने बड़े ही उत्साह के साथ अपनाया है। यह उत्सव न सिर्फ रंगों की बहार लाता है बल्कि समाज में सौहार्द और एकता की भी मिसाल कायम करता है।
होली के इस उत्सव में मोदी और योगी की पिचकारी और मास्क की लोकप्रियता यह भी दर्शाती है कि किस तरह से लोग अपने राजनीतिक आदर्शों को अपने त्यौहारों में भी शामिल कर रहे हैं। इससे यह संदेश भी मिलता है कि त्यौहार सिर्फ एक धार्मिक या सामाजिक आयोजन नहीं हैं, बल्कि ये हमारे व्यक्तिगत विचारों और भावनाओं का भी प्रतिबिंब होते हैं।
इस बार के होली उत्सव में, लोगों ने न केवल परंपरागत रूप से होली खेली, बल्कि इन नवीन पिचकारियों और मास्कों के माध्यम से अपनी राजनीतिक सोच और पसंदीदा नेताओं के प्रति अपनी भावनाओं का भी इजहार किया। यह प्रवृत्ति समाज में चल रहे बदलावों और नई सोच का प्रतीक है।