मुंबई: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों के लिए सीट-शेयरिंग फॉर्मूला पर चर्चा की है, राज्य एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने गुरुवार को यहां बताया।
इससे पहले, कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा था कि महा विकास अघाडी (एमवीए) के घटक दलों के बीच सीट-शेयरिंग वार्ता अंतिम चरण में है, और 27 और 28 फरवरी को गठबंधन की बैठक के बाद एक अंतिम निर्णय की घोषणा की जाएगी।
“पवार और राहुल गांधी ने फोन पर बात की,” पाटिल ने यहां पत्रकारों से कहा।
महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण सीट साझेदारी
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस सीट-शेयरिंग फॉर्मूला का महाराष्ट्र के चुनावी परिदृश्य पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। एनसीपी और कांग्रेस के बीच समझौता एमवीए की एकता को मजबूत कर सकता है और विपक्षी दलों के सामने एक एकजुट मोर्चा पेश कर सकता है।
जयंत पाटिल के अनुसार, दोनों पार्टियों के नेता इस बात पर सहमत हैं कि सहयोग और समझदारी से ही महाराष्ट्र में विजयी होने की कुंजी है। इस समझौते के तहत, दोनों पार्टियां अपनी-अपनी मजबूती के आधार पर सीटों का चयन करेंगी।
रमेश चेन्निथला का कहना है कि इस सीट-शेयरिंग फॉर्मूले पर पहुंचने में काफी समय लगा है, लेकिन अंत में यह गठबंधन के हित में है। उन्होंने आगे कहा कि इस समझौते से एमवीए की ताकत और बढ़ेगी और चुनावी मुकाबले में उसके प्रदर्शन को बेहतर बनाएगी।
इस चर्चा के दौरान, शरद पवार और राहुल गांधी के बीच संवाद को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस संवाद से दोनों पार्टियों के बीच की समझ और भी मजबूत हुई है, जो आगे चलकर एक सफल चुनावी रणनीति का आधार बन सकती है।
अंततः, महाराष्ट्र में एमवीए के घटक दलों के बीच सीट-शेयरिंग का यह समझौता न केवल उनकी आंतरिक एकता को दर्शाता है, बल्कि यह भविष्य के चुनावी मुकाबलों में उनकी सामूहिक ताकत को भी प्रदर्शित करता है।