महाराष्ट्र की राजनीतिक फिजाओं में नया मोड़ आया है, जहां I.N.D.I.A गठबंधन ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग का ऐलान किया है। इस ऐतिहासिक फैसले में, महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों का बंटवारा तीन प्रमुख पार्टियों के बीच किया गया है। शिवसेना (उद्धव गुट) को 20 सीटें, कांग्रेस को 18 सीटें और NCP को 10 सीटें मिली हैं। इस समझौते ने राज्य में राजनीतिक स्थिरता और सहयोग की नई दिशा तय की है।
महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग का गणित
महाविकास अघाड़ी अलायंस के तहत यह निर्णय राज्य की राजनीति में एकता और सहमति का प्रतीक है। इस गठबंधन का उद्देश्य महाराष्ट्र के विकास और प्रगति को गति प्रदान करना है। वंचित बहुजन अगाड़ी (VBA) को भी शिवसेना के हिस्से से दो सीटें मिलने की संभावना है, जो इस गठबंधन के विस्तार और समावेशिता को दर्शाता है।
मुंबई की चार प्रमुख सीटों पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना का दबदबा रहेगा, जबकि कांग्रेस और उद्धव के बीच पहले उत्पन्न असहमतियों को दूर करते हुए एक सहमति की स्थापना की गई है। यह समझौता न केवल गठबंधन के भीतर एकता को मजबूत करेगा बल्कि चुनावी रणनीति को भी नई दिशा प्रदान करेगा।
राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के बीच हुई बातचीत ने इस समझौते को और भी मजबूती प्रदान की है। इस गठजोड़ का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र में एक स्थिर और समृद्ध भविष्य की नींव रखना है।
इस सीट शेयरिंग के निर्णय ने महाराष्ट्र की राजनीतिक भूमिका को एक नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की है। इस गठबंधन की एकता और सहयोग से न केवल राज्य की राजनीति में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक नया आयाम स्थापित होगा। आगामी चुनाव में इस गठबंधन के प्रदर्शन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, जिससे महाराष्ट्र के भविष्य की राजनीति की दिशा तय होगी।