नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच एक ऐसा गठबंधन जो महिलाओं की आर्थिक भागीदारी को सुगम बनाने की दिशा में काम करता है, को नवीनीकृत किया जा रहा है। इस गठबंधन का उद्देश्य दोनों देशों के निजी क्षेत्र, सिविल सोसायटी और सरकारी नेताओं से प्रतिबद्धताओं को उत्प्रेरित करना है।
महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण में नई ऊर्जा
भारत-अमेरिका महिला आर्थिक सशक्तिकरण गठबंधन समग्र रूप से काम करेगा ताकि निजी क्षेत्र और गैर-सरकारी संगठनों के संसाधनों को हासिल किया जा सके। इसका लक्ष्य महिलाओं की नौकरी में बने रहने, रोजगार और उद्यमिता के क्षेत्र में संकल्पों को पोषित करना है, भारत में मिशन के उप प्रमुख पेट्रीशिया ए लासिना ने कहा।
वह WEConnect International Empowering Inclusion-Advancing Value Chains Summit 2024 में मुख्य भाषण दे रही थीं। इस समिट का उद्देश्य महिलाओं के लिए वैश्विक मूल्य शृंखलाओं में समावेशी विकास को बढ़ावा देना है।
इस गठबंधन का नवीनीकरण उन चुनौतियों का समाधान करने के लिए किया जा रहा है जो महिलाओं को आर्थिक क्षेत्र में सामना करनी पड़ती हैं। इसके जरिए, महिलाओं को अधिक सशक्त बनाने और उनके आर्थिक अवसरों को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।
लासिना ने आगे बताया कि इस गठबंधन के तहत, विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के लिए नई नीतियां और कार्यक्रम विकसित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उन्हें अधिक स्वतंत्र और सक्षम बनाना है।
इस पहल का मुख्य लक्ष्य उन महिलाओं को समर्थन प्रदान करना है जो अपने उद्यम शुरू करना चाहती हैं या जो पहले से ही व्यवसाय में हैं। इसके अलावा, यह गठबंधन उन महिलाओं के लिए भी समर्थन प्रदान करेगा जो अपने करियर में आगे बढ़ना चाहती हैं।
इस नवीनीकृत पहल के माध्यम से, भारत और अमेरिका साझेदारी में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। इस तरह के प्रयासों से महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता में वृद्धि होगी और वे समाज में अधिक सकारात्मक योगदान दे सकेंगी।