प्रयागराज (उपासना)- हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना में, प्रयागराज में एक महिला को डिजिटल तरीके से उसके अपने ही घर में हाउस अरेस्ट रखा गया और उसके बैंक खाते से 1 करोड़ 48 लाख रुपये उड़ा लिए गए। यह घटना उस समय प्रकाश में आई जब पीड़िता ने शहर के जॉर्ज टाउन थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच के अनुसार, इस ठगी का नेतृत्व बैंकॉक, थाईलैंड और नेपाल से किया जा रहा था। अपराधियों ने टेलीग्राम और वाट्सऐप के माध्यम से APK फाइलें भेजकर लोगों को ठगा। इन फाइलों के जरिए वे महिला के मोबाइल और कंप्यूटर तक पहुंच बना सके और उसे घर में ही डिजिटल रूप से कैद कर लिया।
इस मामले में पकड़े गए कुछ अपराधियों ने पुलिस को बताया कि वे इंटरनेट की मदद से विश्वव्यापी नेटवर्क के जरिए अपराध कर रहे थे। उन्होंने खुलासा किया कि डिजिटल युग में तकनीक का प्रयोग उन्हें अपराध करने में सहायक रहा है, पर यही तकनीक उनके खिलाफ भी गवाही देगी।
पीड़िता ने बताया कि उन्हें तीन दिनों तक उनके अपने ही घर में बिना किसी शारीरिक हस्तक्षेप के हाउस अरेस्ट रखा गया। यह सब कुछ उनके मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों के माध्यम से संचालित हो रहा था। इस घटना के बाद, प्रशासन ने साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने का फैसला किया है।